जिस प्रकार से अहमदाबाद में बीसीसीआई की 89वीं सालाना आम सभा (AGM) हुयी.इस दौरान भारत की पुरे विश्व में चर्चित लीग के बारे में विचार विमर्श किया गया.इसके साथ ही इस आम बैठक सभा में आईपीएल की दो नयी फ्रेंचाइजियों के प्रवेश की अनुमति मिल गयी.कहने का मतलब बीसीसीआई की आम बैठक में ये तय किया गया की आईपीएल-2022 से इस लीग में 10 फ्रेंचाइज़ी भाग लेंगी. आईसीसी का समर्थन - दरअसल आईसीसी चाहता है की क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप यानी टी-20 को लॉस एंजेलिस में 2028 में होने वाले ओलम्पिक में शामिल करें.अब जब बीसीसीआई को अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (IOC) से कुछ स्पष्टीकरण मिला है तो क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप को ओलम्पिक खेल में शामिल करने के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की दावेदारी का समर्थन करने को राजी हो गया है. पॉलीक्रिक आपको बता दे की इस आम बैठक में आईसीसी बोर्ड में सौरव गांगुली के निदेशक के रूप में बरक़रार रहने का फैसला लिया है.इसके साथ सचिव जय शाह वैकल्पिक निदेशक होंगे.एक अन्य फैसले में कांग्रेस के अनुभवी नेता राजीव शुक्ला को उत्तराखंड के महिम वर्मा की जगह औपचारिक रूप से बोर्ड का उपाध्य
जिस प्रकार से तीसरे एकदिवसीय मैच में भारतीय टीम ने मेजबान ऑस्ट्रेलिया को हराया वो उनके लिए शुक्रवार से शुरू हो रहे क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट यानी टी-20 के लिए किसी टॉनिक से कम नहीं साबित होने वाली.जिस प्रकार से आख़िरी एकदिवसीय मैच में भारतीय गेंदबाजों ने लक्ष्य का बचाव किया वो अदभुत था.खासकर खतरनाक दिख रहे मैक्सवेल को जिस तरह बुमराह ने क्लीन बोल्ड किया.उस विकेट ने मैच को भारत की तरफ मोड़ दिया. शार्दुल ठाकुर और बुमराह दिखे रंग में - जिस प्रकार से सीरीज के आख़िरी एकदिवसीय मैच में भारतीय गेंदबाजों ने प्रदर्शन किया.चाहे वो युवा नटराजन हो,बुमराह या शार्दुल ठाकुर सभी ने जबरदस्त गेंदबाजी की.कुलदीप यादव और जडेजा ने भी इनका बखूबी साथ दिया.शार्दुल ने अपने प्रदर्शन से कप्तान को काफी प्रभावित किया होगा.ठाकुर ने भारत के लिए इस सीरीज में सबसे खतरनाक दिख रहे स्टीव स्मिथ का बहुमूल्य विकेट लिया. हार्दिक और जडेजा ऑस्ट्रेलिया के लिए चिंता - सीरीज के आख़िरी एकदिवसीय मैच में जिस प्रकार की बल्लेबाजी जडेजा और हार्दिक ने बल्लेबाजी की.उससे कही न कही ऑस्ट्रेलिया के कप्तान को सोचने पर मजबूर कर दिया होगा.खासकर जिस प्
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जिस तरह से पहला मैच संपन्न हुआ.उससे भारत को ये संकेत जरूर मिला होगा की उनकी राहें आसान नहीं होने वाली.जिस प्रकार से पहली पारी में अच्छी खासी बढ़त लेने के बाद भी भारतीय टीम ने दूसरी पारी में ऑस्ट्रलिया गेंदबाजों के सामने अपने घुटने टेक दिए.वो समझ से परे है.दोनों टीमों ने इस दौरान अच्छा खासा रिकॉर्ड अपने नाम किया. रिकॉर्ड जो बने काफी सालों बाद - दरअसल पहले टेस्ट में भले ही भारतीय टीम को शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा हो लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने भी ऑस्ट्रेलिया को एक शर्मनाक रिकॉर्ड बनाने पर मजबूर कर दिया.हुआ कुछ यूँ की पहली पारी में अपना पहला रन बनाने के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम को 27 गेंदों का लम्बा इन्तजार करना पड़ा.जो लगभग पिछले कई सालों में नहीं हुआ था. वो भारतीय टीम ने कर दिखाया लेकिन जिस तरह दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों ने एक ऐसा रिकॉर्ड अपने नाम किया.जिसके लिए 19 दिसंबर को हमेशा याद किया जाएगा.साथ ही साथ कोहली और कंपनी को इसके लिए याद रखा जाएगा.वो रिकॉर्ड है भारतीय टीम का अपने क्रिकेट इतिहास के सबसे कम रनों पर सिमटने का.इससे पहले
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