कहानी ऐसे खिलाड़ी की ज़िसने टीम को लड़ना सिखाया
फॉलो फॉर अपडेट आजमगढ़ :- अगर बात करें भारतीय क्रिकेट टीम के स्वर्णिम दौर की तो इसकी शुरुआत सर्वप्रथम कपिल देव के नेतृत्व में हुयी थी लेकिन उसके बाद लगभग कई वर्षों तक भारतीय टीम ने संघर्ष किया.इसमें सबसे बड़ा संघर्ष तो उस समय शुरू हुआ था जब भारतीय टीम के कप्तान पर फिक्सिंग का आरोप लगा था और भारतीय टीम बिल्कुल बिखरने की कगार पर थी.ऐसे में भारतीय टीम की कमान एक ऐसे शख्स को मिली.जो जिद्दी तो थे लेकिन टीम को लड़ना और मुश्किल परिस्थितियों का डटकर सामना करना सिखाया.उन्होंने कई खिलाड़ियों का करियर बनाया और साथ ही साथ उनके लिए अपनी बैटिंग पोजीशन भी बदल दी.उसके बाद भारतीय क्रिकेट टीम के कई कप्तान हुए लेकिन उनका कार्यकाल ज्यादा लम्बा नहीं रहा. काफी पीछे हैं कोहली :- एक बल्लेबाज के तौर पर भले ही कप्तान कोहली के पास अनगिनत उपलब्धि हो लेकिन वो कई मामलों में अपने दो पूर्व कप्तानों खासकर दादा और महेंद्र सिंह धोनी से काफी पीछे हैं.सबसे पहले बात करेंगे वर्तमान बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली की कप्तानी के बारे में.सौरव गांगुली ने ऐसे समय में भारतीय टीम की कमान संभाली.जब भारतीय क्रिकेट टीम की ...