कहानी ऐसे खिलाड़ी की ज़िसने टीम को लड़ना सिखाया

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आजमगढ़ :-अगर बात करें भारतीय क्रिकेट टीम के स्वर्णिम दौर की तो इसकी शुरुआत सर्वप्रथम कपिल देव के नेतृत्व में हुयी थी लेकिन उसके बाद लगभग कई वर्षों तक भारतीय टीम ने संघर्ष किया.इसमें सबसे बड़ा संघर्ष तो उस समय शुरू हुआ था जब भारतीय टीम के कप्तान पर फिक्सिंग का आरोप लगा था और भारतीय टीम बिल्कुल बिखरने की कगार पर थी.ऐसे में भारतीय टीम की कमान एक ऐसे शख्स को मिली.जो जिद्दी तो थे लेकिन टीम को लड़ना और मुश्किल परिस्थितियों का डटकर सामना करना सिखाया.उन्होंने कई खिलाड़ियों का करियर बनाया और साथ ही साथ उनके लिए अपनी बैटिंग पोजीशन भी बदल दी.उसके बाद भारतीय क्रिकेट टीम के कई कप्तान हुए लेकिन उनका कार्यकाल ज्यादा लम्बा नहीं रहा.

काफी पीछे हैं कोहली :-एक बल्लेबाज के तौर पर भले ही कप्तान कोहली के पास अनगिनत उपलब्धि हो लेकिन वो कई मामलों में अपने दो पूर्व कप्तानों खासकर दादा और महेंद्र सिंह धोनी से काफी पीछे हैं.सबसे पहले बात करेंगे वर्तमान बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली की कप्तानी के बारे में.सौरव गांगुली ने ऐसे समय में भारतीय टीम की कमान संभाली.जब भारतीय क्रिकेट टीम की आर्थिक दशा बेहद ख़राब थी.गांगुली को भारतीय टीम का कप्तान सन 2000 में बनाया गया.इसके बाद से ही उन्होंने भारतीय टीम को एक नयी दिशा और गति देने का प्रयास किया.जिसका परिणाम भारतीय क्रिकेट टीम को 2003 के एकदिवसीय वर्ल्ड कप में देखने को मिला.जब भारतीय टीम फाइनल में पहुंची.गांगुली और टीम इंडिया के लिए ये बहुत उपलब्धि थी.गांगुली ने अपनी कप्तानी में जिस तरह उम्दा प्रतिभाओं को तराशा उसकी तारीफ सभी क्रिकेट विशेषज्ञ अक्सर करते रहते हैं.गांगुली की कप्तानी में ही सहवाग,युवराज,मोहम्मदकैफ,इरफ़ानपठान,हरभजनसिंह,ज़हीरखान, नेहरा और महेंद्रसिंहधोनी ने अपना पदार्पण किया.इनमे से कुछ खिलाड़ियों ने 1999 में पदार्पण किया लेकिन इनको असली श्रेय कप्तान सौरव गांगुली की ही कप्तानी में मिला.आज भी ये सभी खिलाड़ी सौरव गांगुली की तारीफ करते नहीं थकते.दूसरा नाम है गांगुली के ही पदचिन्हों पर चलने वाले पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का.जिनके पास आईसीसी टूर्नामेंट की सभी ट्रॉफियां मौजूद है जबकि कप्तान कोहली ने भले ही टीम के लिए काफी अच्छा काम किया हो लेकिन उनके पास आईसीसी का कोई ख़िताब नहीं है.ऐसे में अब बात करते हैं कि  गांगुली के बाद धोनी से किस मामले में पीछे हैं.दरअसल कोहली ने धोनी की कप्तानी में अपना क्रिकेट शुरू किया.धोनी की कप्तानी के दौरान जिन खिलाडियों ने खूब नाम कमाया.उनमे कोहली,रोहित,जड़ेजा,सुरेश रैना,भुवनेश्वर कुमार जैसे खिलाड़ियों का करियर खूब अच्छा रहा.कहने का मतलब जिस तरह दादा प्रतिभा को परखने में एक्सपर्ट थे.कुछ ऐसा ही हाल महेंद्र सिंह धोनी का भी रहा है लेकिन इस मामले में कप्तान कोहली काफी पीछे हैं.उनकी कप्तानी में कई खिलाड़ियों ने पदार्पण किया होगा लेकिन शायद उनको वैसा परिणाम नहीं मिला.जैसा दादा और धोनी को मिला. 

    
 पॉलीक्रिकक्रिकेट के अनुसार "टी-20 वर्ल्ड कप के बाद से ही भारतीय कप्तान कोहली ने टी-20 की कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया था.ऐसे में आने वाले समय में न्यूज़ीलैण्ड के खिलाफ होने वाली टी-20 सीरीज kee कमान रोहित शर्मा को सौपी गयी है."                          

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