जीत के प्रमुख कारण और उसके साइड इफेक्ट्स

पहले टेस्ट में मिली बुरी हार से सबक लेते हुए मेजबान भारत ने इंग्लैंड को चेन्नई में खेले गए दुसरे टेस्ट में करारी हार देकर अपना हिसाब चुकता किया.पहला टेस्ट जहां इंग्लैंड ने 227 रनो के बड़े अन्तर से जीता था तो भारत ने दूसरा टेस्ट 317 रनों से जीतकर इंग्लैंड को करारा जवाब दिया.जिस प्रकार से इंग्लैंड के कुछ खिलाड़ी पिच की आलोचना कर रहे हैं.उसे देखते हुए एक बात उन्हें जानना जरूरी है.जब कोई टीम इंग्लैंड का दौरा करती है तो क्या वो पिचें अपने मनमुताबिक नहीं बनाते हैं.?उन्हें कुछ बातों को ध्यान में रखना चाहिए और इस बात को अमल में लाना चाहिए की भारतीय टीम ने उनसे उम्दा गेंदबाजी और बल्लेबाजी की.जिसकी बदौलत मैच का परिणाम भारत के पक्ष में रहा. 


केविन पीटरसन और पूर्व कप्तान को शायद भारत के द्वारा मिली हार हजम नहीं हो रही है.इसलिए उन्होंने पहले पिच को दोष दिया.उसके बाद कह रहे है की जो टीम दुसरे टेस्ट में भारत के खिलाफ उत्तरी थी.वो इंग्लैंड की बी टीम थी.इन दोनों दिग्गजों की बातें समझ से परे हैं.अगर पिच टेस्ट खेलने लायक नहीं होती तो इंग्लैंड पहली पारी में महज 134 पर आलआउट हो गया.जब भारतीय बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में बल्लेबाजी शुरू की तो उन्होंने कप्तान कोहली के बेहतरीन अर्धशतक और स्पिन गेंदबाज आश्विन के लाजवाब शतक की बदौलत 286 रन बनाने में कैसे सफल हुयी.?


दूसरी तरफ इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने दोनों पारी के रनों को मिलाकर 298 रन बनाये.जो भारतीय टीम के द्वारा बनाये गए दूसरी पारी के रनों से 12 रन अधिक है.ऐसे में अपनी गलतियों को ढूढने के बजाय इंग्लैंड के ये खिलाड़ी अनावश्यक रूप से पिच को दोषी दे रहे हैं.इंग्लैंड के गेंदबाजों के अंदर वो कला देखने को मिली.जिस अदभुत कला का प्रदर्शन भारत के लिए आश्विन और अक्षर पटेल ने किया. 

  
इस मैच में भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाडियों के दिमाग से भी खेला.जब गेंद पहले दिन ही घूमने लगी तो इंग्लैंड की टीम पहले ही थोड़ा परेशान हो गयी.ऐसी परिस्थिति में भारत के पास एक अनुभवी स्पिनर का होना बहुत जरूरी था.वो खिलाड़ी  भी आश्विन के रूप में भारतीय टीम के पास था.पहली पारी में पिच से मिल रही मदद का उन्होंने बखूबी फायदा उठाते हुए इंग्लैंड के बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी जबकि इसके विपरीत इंग्लैंड के स्पिनर्स का प्रदर्शन दूसरी पारी में भी उतना खास नहीं था. 


पॉलीक्रिक आपको बताना चाहता है की 'भ्रमणकारी इंग्लिश टीम के खिलाफ अभी तक जिस जबरदस्त प्रदर्शन का नजारा रविचंद्रन आश्विन ने दिखाया है.उसे देखकर टीम के कप्तान कोहली उनसे काफी खुश होंगे.बात करें आश्विन की गेंदबाजी की तो उन्होंने अभी तक संपन्न हुए 2 टेस्ट मैचों में 17.82 के एवरेज से 17 विकेट लिए हैं जबकि दुसरे स्थान पर इंग्लैंड के जैक लीच हैं.उन्होंने 12 विकेट लिए हैं.बल्लेबाजी की बात करें तो आश्विन 2 मैचों में 159 रन बनाकर चौथे स्थान पर हैं.जिसे देखकर प्रतीत होता है की आश्विन अकेले ही पूरी इंग्लिश टीम पर भारी दिखाई पड़े हैं. 

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