युवा गेंदबाज ने लिया संन्यास मची खलबली

पांच साल की सजा के बाद मैदान पर वापसी करने वाले पाकिस्तानी तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने जिस तरह का प्रदर्शन सजा झेलकर वापस आने के बाद किया वो किसी से छुपा नहीं है.सीमित ओवर की क्रिकेट में अपना करियर बनाने के चक्कर में आमिर ने 2019 के जून महीने में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था ताकि वो अपना ध्यान सीमित ओवरों के क्रिकेट अर्थात टी-20 और एकदिवसीय मैचों पर लगा सकें. 


 पकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर लगाया गंभीर आरोप -आमिर का न्यूज़ीलैण्ड के खिलाफ खेले जाने वाली लिमिटेड ओवर्स की सीरीज में टीम में चयन नहीं किया गया.उस वक़्त आमिर श्रीलंका में खेली जा रही लंका प्रीमियर लीग में खेल रहे थे.लंका प्रीमियर लीग की रनर अप टीम गाले ग्लैडिएटर्स से खेलते हुए जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए आमिर ने 11 विकेट लिए.इसके बाद भी उन्हें पाकिस्तान टीम में जगह नहीं मिली.अभी आमिर मात्र 28 साल के हैं और उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट छोड़ने का ऐलान कर दिया है.आमिर ने पीसीबी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा 'सीनियर टीम मैनेजमेंट ने मेरा आर्थिक शोषण किया है.आगे आमिर ने ये भी साफ़ कर दिया है कि वो मौजूदा पकिस्तान टीम मैनेजमेंट के साथ क्रिकेट नहीं खेल सकते हैं. आमिर ने ये फैसला न्यूज़ीलैण्ड के खिलाफ लिमिटेड ओवर की ओवर सीरीज के लिए पकिस्तान टीम का ऐलान होने के बाद लिया है.


 पॉलीक्रिक आपको बताना चाहता है की इस दौरान आमिर ने अपने मुश्किल दौर को भी याद किया और कहा कि मैं पीसीबी चेयरमैन नजम सेठी और शाहिद अफरीदी का शुक्रिया अदा करता हूँ.जिन्होंने बुरे वक़्त के समय मेरा साथ दिया.जब पूरी टीम मेरे टीम मेरे साथ नहीं खेलना चाहती थी.'

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